स्कूल का प्यार | SCHOOL REUNION KI KAHANI
सुधीर और नैना बचपन के दोस्त थे। (desikahani) स्कूल के दिनों में दोनों एक-दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त थे, और वही दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई थी। वे हमेशा साथ होते—क्लास के बाद पार्क में खेलना, साइकिल पर लंबी सैर, और साथ में ढेर सारी बातें। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, कॉलेज और करियर के चलते वे दोनों अलग-अलग रास्तों पर चल पड़े। सुधीर ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए शहर छोड़ दिया, और नैना अपने परिवार के साथ दूसरे शहर चली गई। समय के साथ, उनके बीच की बातचीत कम होती गई और फिर पूरी तरह बंद हो गई।
सालों बाद, अचानक से स्कूल के पुराने दोस्तों ने एक रीयूनियन की योजना बनाई। सुधीर और नैना, दोनों को ही बुलावा मिला। दोनों ने यह सोचकर हामी भर दी कि पुराने दोस्तों से मिलना अच्छा रहेगा, लेकिन वे नहीं जानते थे कि यह रीयूनियन (desikahani) उनके जीवन को फिर से बदल देगा।
रात के समय, जब रीयूनियन की पार्टी शुरू हुई, तो सभी दोस्त आपस में मिलकर बहुत खुश थे। पुराने दिनों की बातें, हंसी-मज़ाक और यादों का सिलसिला शुरू हो चुका था। सुधीर ने अपने कुछ दोस्तों से मुलाकात की और फिर उसकी नजरें नैना पर पड़ीं। नैना अब भी उतनी ही खूबसूरत लग रही थी, जितनी वो स्कूल के दिनों में थी। उसका चेहरा थोड़ा बदला हुआ था, लेकिन उसकी मुस्कान वही थी।
नैना ने भी सुधीर को देखा और हल्की मुस्कान के साथ उसकी ओर बढ़ी। SCHOOL REUNION KI KAHANI
“सुधीर! इतने सालों बाद! तुम बिल्कुल नहीं बदले,” नैना ने कहा, उसकी आँखों में पुरानी यादों की झलक थी।
सुधीर ने हंसते हुए कहा, “तुम भी नहीं, नैना। ऐसा लग रहा है जैसे कल की ही बात हो जब हम स्कूल में साथ थे।”
दोनों ने एक-दूसरे से हाल-चाल पूछा और फिर पार्टी के शोरगुल से दूर जाकर एक कोने में बैठकर बातें करने लगे। जैसे-जैसे बातों का सिलसिला शुरू हुआ, पुरानी यादें एक-एक करके ताजा होने लगीं। SCHOOL REUNION DESI KAHANI
“याद है, जब हम हर शाम पार्क में बैठकर घंटों बातें किया करते थे?” सुधीर ने हंसते हुए पूछा।
“और वो तुम्हारी पुरानी साइकिल, जो हर बार टूट जाती थी, लेकिन फिर भी तुम उसे ठीक कर लेते थे,” नैना ने मज़ाक में कहा।
दोनों पुरानी यादों में खो गए थे। हर बात, हर हंसी उन्हें उस समय में वापस ले जा रही थी जब वे बेफिक्र थे, और एक-दूसरे के लिए उनके दिल में एक खास जगह थी। SCHOOL REUNION KI KAHANI
जैसे-जैसे रात बढ़ी, उनके बीच का फासला घटने लगा। नैना ने धीरे से कहा, “सुधीर, मैं कभी-कभी सोचती हूँ कि अगर हम अलग ना हुए होते, तो शायद चीज़ें आज कुछ और होतीं।”
सुधीर ने उसकी आँखों में देखा और जवाब दिया, “मैंने भी कई बार ये सोचा है। लेकिन जिंदगी हमें अपने-अपने रास्तों पर ले गई।”
वातावरण में अचानक से एक गहराई आ गई थी। दोनों को एहसास हो रहा था कि वे अब भी एक-दूसरे के लिए वही भावनाएँ रखते हैं, जो कभी स्कूल के दिनों में रखते थे। लेकिन अब उनकी ज़िन्दगी बदल चुकी थी।(desikahani) सुधीर की शादी हो चुकी थी और उसका एक बेटा था। नैना भी अपनी नौकरी और परिवार में व्यस्त थी।
फिर भी, उस रात में कुछ खास था। वे दोनों समझ रहे थे कि उनके बीच की पुरानी चिंगारी अब भी ज़िंदा थी।
पार्टी खत्म होने के बाद, दोनों बाहर समुद्र किनारे टहलने निकले। हवा ठंडी थी, और चाँदनी रात ने माहौल को और भी खूबसूरत बना दिया था। दोनों धीरे-धीरे चलते रहे, बात करते रहे। SCHOOL REUNION KI KAHANI
“सुधीर, क्या हमें फिर से शुरुआत करनी चाहिए?” नैना ने थोड़ी हिचकिचाहट के साथ पूछा।
सुधीर ने एक गहरी सांस ली और कहा, “नैना, मुझे नहीं पता। मैं अब एक अलग जिंदगी जी रहा हूँ, लेकिन इस पल में, ऐसा लग रहा है जैसे कुछ अधूरा है, जिसे पूरा करने की जरूरत है।”
दोनों कुछ देर तक चुप रहे। वे समझ रहे थे कि उनका प्यार अब भी ज़िंदा था, लेकिन मौजूदा परिस्थितियाँ उनके लिए कठिनाई पैदा कर रही थीं। desi khani
आखिरकार, नैना ने कहा, “शायद हमें वक्त देना चाहिए, सुधीर। शायद हम फिर से मिलेंगे, जब हालात सही होंगे।”
सुधीर ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, “शायद। लेकिन आज की रात, ये यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी।”
उस रात, दोनों ने भले ही कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, लेकिन उन्हें एहसास हो गया था कि उनकी भावनाएँ अब भी उतनी ही गहरी थीं। वे अपने-अपने रास्तों पर लौट गए, लेकिन उनके दिलों में एक नई उम्मीद और पुरानी यादों की गर्माहट थी।
अंत:
सुधीर और नैना के बीच सालों बाद फिर से पुरानी चिंगारी जल उठी। हालांकि उनकी ज़िन्दगी अब अलग थी, लेकिन उनके दिलों में पुरानी यादें और प्यार फिर से जाग उठा था।
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